छोटे से लेकर बड़े आकार के हर स्मार्टफोन में वाइब्रेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है । जिसकी वजह से जरूरत के समय स्मार्टफोन वाईब्रेट हो जाते हैं । इसकी जरूरत आज के समय में काफी ज्यादा पड़ गई है । लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत तब पड़ती जब लोग इसमें गेम्स खेल रहे होते हैं । क्योंकि गेम्स खेलने के दौरान स्मार्टफोन वाईब्रेट होने से वह गेम्स मजेदार बन जाती है । चलिए जानते हैं स्मार्टफोन वाइब्रेट कैसे करता है ।
स्मार्टफोन वाइब्रेट कैसे करता है? इसके पीछे कौनसी तकनीक काम करती है?
स्मार्टफोन में एक छोटी सी मोटर लगी होती है, जिसके घुमने की वजह से ही वाइब्रेट होने लगता है स्मार्टफोन । लेकिन एक मोटर के घुमने से स्मार्टफोन उतना वाइब्रेट करता नहीं है । बल्कि इस मोटर की शाफ़्ट के साथ आधी कटी हुई पुल्ली लगाई जाती है । आधी कटी हुई पुल्ली के कारण मोटर का बैलेंस बिगड़ता है, जिसके कारण मोटर जिस स्मार्टफोन में लगे जाती है वह डिवाइस भी वाइब्रेशन होने शुरू कर देता है । उस मोटर को वाइब्रेशन मोटर का नाम दिया जा सकता है ।
फोटो के माध्यम से अब हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं कि स्मार्टफोन वाइब्रेट कैसे करता है । स्मार्टफोन में किसी कौने में एक छोटी सी मोटर लगी होती है । उस मोटर के साथ अगर कुछ भी ना लगाया जाए या फिर उस मोटर के साथ गोल आकार की कू चीज लगा दे तब उस मोटर का बैलेंस बिगड़ेगा नहीं और उसकी वजह से मोटर ना तो कम्पन करेगी और ना ही उसकी वजह से स्मार्टफोन वाइब्रेट करेगा ।
वहीं दूसरी तरफ फोटो में आप देखेंगे कि एक छोटी सी मोटर के साथ आधी कटी हुई पुल्ली लगाई हुई है । आधी कटी पुल्ली मोटर के साथ लगी होने के कारण मोटर तेज घुमने की वजह से उस मोटर के इर्द-गिर्द ज्यादा दबाव पड़ने की वजह से मोटर इर्द-गिर्द थोड़ा सा हिलती रहती है । यानी आधी कटी पुल्ली मोटर के लगने की वजह से मोटर का बैलेंस बिगड़ने की वजह से मोटर खुद ज्यादा वाइब्रेट होने लगती है, जिसका असर पुरे स्मार्टफोन पर पड़ने लगता है ।
गेमिंग स्मार्टफोन में गेमिंग एक्सपीरियंस ज्यादा बढ़िया बनाने के लिए कुछ कंपनियां स्मार्टफोन में दाईं और बाईं तरफ कुल दो वाइब्रेट करने वाली मोटर को लगाती है । दो वाइब्रेटर मोटर की वजह से दाईं और बाईं तरफ मोटर कम ज्यादा गेम्स के हिसाब से स्मार्टफोन को वाइब्रेट करती है । क्योंकि गेम्स खेलने के दौरान जैसे कि BGMI, CODM में इसकी जरूरत ज्यादा पड़ती है और इससे फायदा ये होता है कि यूजर्स को पता चलता है कि फायर किस दिशा में हो रहा है और भी बहुत कुछ ।
पहले के समय में फोन को वाइब्रेट करने के लिए जिस वाइब्रेटर मोटर का इस्तेमाल किया जाता था अब उसका इस्तेमाल अब के समय में केवल बटन वाले फोन में ही किया जा रहा है । लेकिन अब के समय में स्मार्टफोन के लिए अलग प्रकार की वाइब्रेटर मोटर का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका आकार उससे भी छोटा होता है और वह उससे भी बढ़िया होता है ।
उदहारण
पंखे से 1 पर हटा दिया जाए और उसे चलाया जाए तो वह पंखा काफी ज्यादा वाइब्रेट करेगा । अगर पंखे के सभी पर उतार दिए तब वह बिल्कुल भी वाइब्रेट करने वाला क्योंकि केवल गोल मोटर ही रह जाती है जिसके कारण मोटर का बैलेंस नहीं बिगड़ता है । मोटर का बैलेंस तभी बिगड़ता है जब उसका इर्द-गिर्द एक जैसा ना हो ना हो । जैसे कि वाइब्रेट मोटर के ऊपर पुल्ली जो लगी होती है वह आधी लगी होने के कारण मोटर का बैलेंस बिगड़ने के कारण वह मोटर वाइब्रेट करना शुरू कर देता है । अगर पूरी पुल्ली लगा दी जाए तब मोटर वाइब्रेट नहीं करने वाली ।